कार्तिक माह की पूर्णिमा इस माह 8 नवंबर के दिन पड़ रही है. सालभर की सबी पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा को सबसे उत्तम माना गया है. कार्तिक का पूरा महीना भगवान विष्णु को समर्पित है. शास्त्रों में माना गया है कि इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने, कुंडों में नहाने और भगवान श्री हरि के नाम का जाप करने से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. साथ ही, व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी नदी में स्नान करना संभव न हो तो नहाने के पानी में गंगाजल डालकर भी स्नान किया जा सकता है. शास्त्रों के अनुसार इस दिन नहाने के पानी में कुछ विशेष चीजों को मिलाने से कई तरह के दोषों से छुटकारा मिलता है. साथ ही, हर कार्य में सफलता हासिल होती है और आर्थिक लाभ मिलता है.
इलायची-केसर
अगर लंबे समय से कोई काम अटक रहा है या फिर किसी शुभ काम को करने में बाधा आ रही है,तो कार्तिक पूर्णिमा के दिन पानी में पवित्र नदी के जल में 2 इलायची और केसर मिला लें और स्नान करें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और बुरे वक्त से छुटकारा मिलता है. श्री हरि की कृपा से सभी कार्य सिद्ध होंगे. केसर डालकर स्नान करने से सूर्य की शुभता प्राप्त होती है.
दूध
शास्त्रों में कहा गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन नहाने के पानी में दूध मिलाकर स्नान कर लें. ऐसा करने से शारीरिक दुर्बलता दूर होती है. आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है. वहीं, जातक पूरी एनर्जी के साथ सभी कार्य पूरा करता है. नहाने के बाद श्री हरि का ध्यान करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से लाभ होगा.
हल्दी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी भगवान विष्णु को प्रिय है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान के पानी में एक चुटकी हल्दी मिला लें. इससे विवाह संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी. इतना ही नहीं, बृहस्पति देव की कृपा से स्वास्थ्य में भी सुधार होगा.
काला तिल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप पैसों की तंगी से परेशान हैं या फिर धन आने पर हाथ में नहीं रुकता तो कार्तिक पूर्णिमा पर पानी में काला तिल मिला लें. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से व्यक्ति का भाग्य मजबूत होता है. साथ ही, दरिद्रता कोसों दूर होती है.