Breaking News
चंद्र की बदली चाल का 12 राशियों की लव लाइफ पर कैसा प्रभाव पड़ेगा...! शुभ अंक-रंग युवती ने शादी के वक्त पति से छुपाई ऐसी बात, पता चलते ही पैरों तले खिसकी जमीन, परिवार सदमे में Best Recharge Plans : Jio ने 84 दिन वाले प्लान से BSNL और Airtel के होश उड़ा दिए, करोड़ों यूजर्स की हो गई मौज Cooking Oil Price Reduce : मूंगफली तेल हुआ सस्ता, सोया तेल की कीमतों मे आई 20-25 रुपये तक की भारी गिरावट PM Kisan Yojana : सरकार किसानों के खाते में भेज रही 15 लाख रुपये, फटाफट आप भी उठाएं लाभ
Wednesday, 11 June 2025

Religious

अनंत चतुर्दशी : क्या आप जानते हैं, अनंत में कितनी गांठे होती है, इसे क्यों धारण किया जाता है और क्या मान्यताएं हैं

09 September 2022 08:58 AM Mega Daily News
चतुर्दशी,भगवान,विष्णु,भाद्रपद,शुक्ल,दौरान,श्रद्धालुओं,द्वारा,पूर्व,स्वरूपों,दुखों,मुक्ति,सुखसमृद्धि,गांठें,प्रकार,,anant,chaturdashi,know,many,knots,infinity,worn,beliefs

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी को मनाए जाने वाले अनंत चतुर्दशी का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस पर्व के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा अनंत चतुर्दशी के एक दिन पूर्व जहां स्नानोपरांत अरवा भोजन ग्रहण किया जाता है। वहीं, अनंत चतुर्दशी के दिन काफी श्रद्धा, निष्ठा व सेवा भाव से भगवान विष्णु के 14 स्वरूपों की पूजा कर 14 गांठ वाले अनंत को धारण किया जाता है। महिला श्रद्धालुओं द्वारा जहां बांए भुजा में अनंत का धारण किया जाता है। वहीं पुरुष श्रद्धालु दाहिने भुजा में इसे धारण करते हैं। ऐसी मान्यता है कि दु:खों से मुक्ति व सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए पांडवों ने भगवान श्रीकृष्ण के कथनानुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी के दिन व्रत रखकर अनंत की पूजा-अर्चना की थी। साथ ही 14 गांठ वाले अनंत डोरा को बांह पर धारण किया था। इसके बाद कौंडिल्य व उनकी पत्नी दीक्षा तथा शीला ने भी अनंत की पूजा की थी। उस समय से ही सनातन धर्म में उक्त तिथि को अनंत चतुर्दशी मानते हुए अनंत पूजा करने की परंपरा शुरू हुई।

भगवान विष्णु के 14 स्वरूपों की होती है पूजा

अनंत में कुल 14 गांठें होती हैं। यह सभी गांठें भगवान विष्णु के 14 नामों पर आधारित होती हैं। इस तरह अनंत पूजा में भगवान विष्णु के 14 नाम की पूजा की जाती है। अनंत के हर गांठ पर भगवान विष्णु के अनंत, पुरुषोत्तम, ऋषिकेश्, पद्मनाभ, माधव, बैकुंठ, श्रीधर, त्रिविक्रम, मधुसूदन, वामन, केशव, नारायण, दामोदर व गोविद के नाम का आवाह्न किया जाता है। पूजा के दौरान भगवान विष्णु को 14 प्रकार के फल, पकवान, मधु आदि का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत रखने, कथा सुनने व अनंत डोरा का धारण करने से जहां सभी प्रकार के दु:खों से मुक्ति मिलती है। वहीं जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। अनंत धारण करने से पूर्व मंत्र का जाप श्रेयस्कर माना जाता है।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News