चैत्र नवरात्रि की अष्टमी को दुर्गाष्टमी या महाष्टमी कहते हैं. इस दिन हिंदू धर्म के ज्यादातर अनुयायी व्रत रखते हैं. इस साल चैत्र शुक्ल अष्टमी तिथि 08 अप्रैल, शुक्रवार को रात 11:05 मिनट पर शुरू होगी और 09 अप्रैल, शनिवार को देर रात 01:23 तक रहेगी. लिहाजा दुर्गाष्टमी व्रत 09 अप्रैल को रखा जाएगा. आमतौर पर जो लोग नवरात्रि के पूरे 9 दिन तक व्रत नहीं रखते हैं, वे पहले दिन और दुर्गाष्टमी के दिन व्रत रखते हैं. इस दिन कन्या पूजन और हवन भी किया जाता है. इस साल दुर्गाष्टमी पर एक खास योग बन रहा है. जिससे यह दिन शुभ काम करने के लिए बेहद शुभ है.
इस साल दुर्गाष्टमी पर सुकर्मा योग बन रहा है. यह योग 9 अप्रैल को सुबह 11:25 बजे से शुरू हो रहा है. इसके अलावा पूरे दिन पुनर्वसु नक्षत्र भी रहेगा. यह योग शुभ काम करने के लिए बहुत शुभ माना गया है.
दुर्गाष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा होती है. देवी महागौरी सुख, सफलता, धन, धान्य, संपत्ति और विजय की दाता हैं. उन्हें मां अन्नपूर्णा का स्वरूप भी माना जाता है. इसलिए कहा जाता है कि जिन लोगों पर उनकी कृपा हो जाए उनके जीवन में कभी भी धन धान्य की कमी नहीं रहती है.
कन्याओं को मां दुर्गा का स्वरूप माना गया है. इसलिए दुर्गाष्टमी के दिन कन्याओं की पूजा करके उनका आशीर्वाद लिया जाता है. ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. कन्या पूजन के लिए छोटी बालिकाओं को खीर-पूरी, हलवे का सम्मानपूर्वक भोजन कराएं. उन्हें तिलक लगाकर भेंट दें और उनका आशीर्वाद लें.