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वाह रे पाकिस्तान : फोन को दिया तिजोरी का दर्जा और ज्यादा पढ़ने पर लगाया टैक्स, जाने और क्या है नियम
पाकिस्तानी लोगों के रूढ़िवादी सोच के बारे में तो आप अच्छे से जानते होंगे. समय-समय पर ऐसी कई खबरें आती रहती हैं जो वहां की असली तस्वीर को दर्शाती रहती हैं. महिलाओं पर तमाम बंदिशें और मॉडर्न चीजें वहां के कट्टरपंथियों को बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं. पर क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तानी कानूनी में भी कई ऐसे नियम हैं जिन्हें सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. इनमें से कुछ तो इतने फालतू कानून हैं जिनके बारे में जानकर शायद आपको हंसी भी आए और आप कहेंगे कि शुक्र है कि हम पाकिस्तान में नहीं हैं. चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही कानूनों के बारे में.
1. फोन को तिजोरी के बराबर दर्जा
दोस्तों औऱ अपनों के बीच एक-दूसरे का फोन देखना और यूज करना भारत में आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप पाकिस्तान में ऐसा नहीं कर सकते. अगर पकड़े गए तो जेल हो सकती है. दरअसल, पाकिस्तान फोन को तिजोरी के बराबर का दर्जा दिया गया है. वहां आप बिना अनुमति के किसी का भी फोन नहीं छू सकते हैं. इसे गैरकानूनी माना जाता है. इस कानून का उल्लंघन करने पर 6 महीने जेल का प्रावधान है.
2. ज्यादा पढ़ने पर लगता है टैक्स
पाकिस्तान में ज्यादा पढ़ना भी नुकसानदायक हो सकता है. यहां ज्यादा पढ़ने पर टैक्स लगता है. मान लीजिए कि अगर पाकिस्तान में किसी स्टूडेंट की पढ़ाई पर साल में 2 लाख से ज्यादा का खर्चा आता है तो उसे 5टैक्स का भुगतान करना पड़ता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि यह टैक्स यहां के लोगों के कम पढ़े लिखे होने की बड़ी वजह है.
3. गर्लफ्रेंड के साथ रहने पर होगी जेल
पाकिस्तान में शादी से पहले कोई भी लड़का और लड़की साथ नहीं रह सकते. कुल मिलाकर यहां के लोगों को गर्लफ्रेंड बनाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई गर्लफ्रेंड और बॉयफ्रेंड बनाता है और बिना शादी के साथ रहते पाया जाता है तो उसे जेल की सजा मिलती है.
4. इजरायल जाने की अनुमति नहीं
पाकिस्तान के लोगों को इजरायल जाने की अनुमति नहीं है. वहां की सरकार अपने नागरिकों को इजरायल जाने के लिए वीजा नहीं देती. दरअसल, पाकिस्तान ने इजरायल को देश के रूप में मान्यता नहीं दी है. इसलिए यह नियम यहां चलता है.
5. कुछ शब्दों को इंग्लिश में नहीं कर सकते ट्रांसलेट
ट्रांसलेशन ऐसी चीज है जिसकी वजह से किसी एक भाषा की चीज दूसरी भाषा में उस भाषाई समुदाय तक पहुंचती है. यही वजह है कि ट्रांसलेशन का काफी महत्व है. पर पाकिस्तान में कुछ शब्दों के ट्रांसलेशन की मनाही है. वहां अल्लाह, मस्जिद, रसूल या नबी का अंग्रेजी अनुवाद करना गैरकानूनी है. इस नियम को तोड़ने पर आपके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो सकती है.