पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार किया जा सकता है। लाहौर में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष (पीटीआई) इमरान खान के आवास के बाहर मंगलवार (14 मार्च, 2023) को बख्तरबंद पुलिस वाहन पहुंच चुके हैं। इस्लामाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने का इरादा रखती है। वहीं इमरान की पार्टी के कार्यकर्ता इमरान खान के आवास के बाहर जमा हैं।

इससे पहले इमरान खान ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ सड़क पर मार्च निकाला था। इस बीच इस्लामाबाद पुलिस उन्हें हेलीकॉप्टर से गिरफ्तार करने पहुंची थी, लेकिन इसी बीच इमरान खान समर्थकों की भीड़ के साथ सड़क पर निकल पड़े थे। 70 साल के इमरान खान के खिलाफ एक महिला जज को धमकाने और तोशाखाना मामले में अदालत के समक्ष पेश नहीं होने को लेकर दो गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं। इससे पहले तोशाखाना केस में इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है।

प्रशासन लगा दी थी धारा 144

रविवार को ने प्रशासन की रोक के बाद लाहौर में अपनी चुनावी रैली को रद्द करने का ऐलान किया था। इमरान खान ने शनिवार को कहा था कि वह रविवार को लाहौर में चुनावी रैली की अगुवाई करेंगे। हालांकि, उनके इस ऐलान के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रांतीय राजधानी में धारा 144 लागू कर दी थी। इसके बाद खान ने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए यह कहकर चुनाव आयोग का रुख किया कि धारा 144 लगाना गलत है। इसके साथ ही इमरान खान ने अपनी रैली स्थगित कर कार्यकर्ताओं से किसी भी तरह के झांसे में नहीं फंसने को कहा था।

इमरान खान पर आरोप-

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने इस्लामाबाद में जिला अदालत की सेशन जज जेबा चौधरी को धमकी दी थी। खान ने महिला जज जेबा चौधरी को धमकी भरे लहजे में उन्हें देख लेने को कहा था। इमरान खान की पीटीआई पार्टी के नेता शाहबाज गिल को पिछले साल राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल 17 अगस्त को पुलिस ने इनकी रिमांड बढ़ाने की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। शाहबाज गिल की रिमांड बढ़ाने का फैसला जेबा चौधरी ने ही सुनाया था, जिससे इमरान खान भड़क गए थे।

एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि उनकी पार्टी के नेता शाहबाद गिल को जेल में परेशान किया गया और उनको जमानत नहीं दी गई। इस दौरान इमरान ने जेबा चौधरी को देख लेने की धमकी दी थी। इमरान खान के इस बयान को लेकर उनके ऊपर केस फाइल हुआ था। इसी केस में इस्लामाद हाई कोर्ट ने इमरान को नोटिस जारी किया था।

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