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बीएसफ की इस नई रणनीति से पाकिस्तान की तरफ से बढ़ती ड्रोन गतिविधियों और आतंकी साजिशों पर लगाम लगेगी

Published On October 18, 2022 12:10 AM IST
Published By : Mega Daily News

भारत-पाक सीमा पर आए दिन पाकिस्तान की तरफ से बढ़ती ड्रोन गतिविधियों और आतंकी साजिशों पर लगाम लगाने के लिए बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने अपने कम्युनिकेशन सिस्टम को मजबूत करने का फैसला किया है. सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक बीएसएफ जल्द ही 2000 के करीब मॉडर्न कम्युनिकेशन डिवाइस को फोर्स में शामिल करने की योजना पर काम रही है.

बीएसएफ में जिन कम्युनिकेशन डिवाइस को शामिल करने का फैसला किया गया है उनमें 1374 के करीब VHF Mobile Trans Receiver  (मोबाईल ट्रांस रिसीवर), सैकड़ों की संख्या में डिजिटल एचएफ मोबाइल सेट (Digital HF Mobile Set)  और सैटेलाईट पर्सनल ट्रैकर (Satellite Personal Tracker ) हैं. सूत्रों के मुताबिक करीब 56 करोड़ रुपये की कम्युनिकेशन डिवाइस की खरीद की मंजूरी मिलते ही जल्द ही इन्हें फोर्सज में शामिल किया जाएगा.

बीएसएफ अपने कम्यूनिकेशन सिस्टम को करना चाहती है मजबूत 

सुरक्षा एजेंसी में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक बीएसएफ भारत पाकिस्तान सीमा के साथ- साथ भारत-बांग्लादेश सीमा पर भी तैनात हैं. इन दोनों देशों के बॉर्डर पर कई ऐसे इलाके हैं जहां बीएसएफ अपने कम्यूनिकेशन सिस्टम को मजबूत करना चाहती है. जिससे बेहतर संचार व्यवस्था होने से बॉर्डर पर आए दिन होने वाली देश विरोधी गतिविधियों पर बेहतर लगाम लग सके. जिन कम्यूनिकेशन सिस्टम की खरीद की जानी है उनमें सबसे बड़ी संख्या में VHF Mobile Trans Receiver हैं.

बीएसएफ सीमा पर बॉर्डर की निगरानी के साथ -साथ अहम खुफिया जानकारी भी जुटाती है. ऐसे में बीएसएफ को ऐसे भी कम्यूकेशन सिस्टम की जरूरत है जो सिक्योर हो, जिसमें दुश्मन सेंध न लगा सके.

ड्रोन के जरिए हथियार और गोला बारूद की सप्लाई 

जम्मू कश्मीर में मौजूद आतंकियों को ड्रोन के जरिए हथियार और गोला बारूद की सप्लाई की जा रही है. गृह मंत्रालय को भेजी एक सुरक्षा एजेंसियों की एक रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है कि पिछले साल के मुकाबले पाकिस्तान से सटी भारतीय सीमा में ड्रोन एक्टिविटी दोगुनी हो गई है. पिछले साल यानी साल 2021 में जहां 109 ड्रोन की गतिविधियों को देखा गया था वहीं इस साल सितंबर तक ये संख्या बढ़कर 214 हो गई हैं. बीएसएफ इस साल पंजाब से सटे पाकिस्तान बॉर्डर पर सीमा पार से भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे 10 ड्रोन को मार गिरा चुकी है.

केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि लाइन आफ कंट्रोल और पाकिस्तान से सटे इंटरनेशनल बॉर्डर पर आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के लिए आतंकी टनल का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. कुछ महीनों पहले भी बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने जम्मू से सीमा पर ऐसे ही एक टनल का पता लगाया था.

खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पाक अधिकृत कश्मीर यानि पीओके में स्थित कैंपों में आतंकियों की संख्या में इजाफा हुआ है. ज़ी मीडिया को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पीओके के कुछ टेरर कैंपों को लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के नजदीक शिफ्ट किये जाने की खुफिया जानकारी मिली है. मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लाइन आफ कंट्रोल से सटे लांचिंग पैड पर 150 के करीब आतंकियों के होने की जानकारी मिली है जो सीमा पार कर भारतीय सीमा में घुसने की फिराक में हैं.

केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक एलओसी पर बर्फबारी से पहले सीमा पार से आतंकियों को घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश हो रही है. सीमा पर सख्त निगरानी के चलते आतंकी संगठन जैश, लश्कर और हिजबुल जैसे ग्रुप अपनी रणनीतियों में लगातार बदलाव कर रहे हैं.

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