थाईलैंड में एक पूर्व पुलिस अफसर ने चाइल्ड डे केयर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते करीब 35 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. पूरे देश में इस वारदात के बारे में पता चलते ही शोक की लहर दौड़ गई. स्थानीय मीडिया ने पूर्वोत्तर थाईलैंड की एक चाइल्ड नर्सरी में हुई सामूहिक गोलीबारी में 35 लोगों की मौत की पुष्टि की है.

ना क्लांग जिले में पसरा मातम

इस सनकी हत्यारोपी का नाम पन्या खमरब (34) था जिसने इस शूटआउट में अपनी पत्नी और बच्चे को भी नहीं बख्शा और उन्हें भी मौत के घाट उतारने के बाद खुद को गोलीमार जान दे दी. स्थानीय पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बंदूकधारी आरोपी एक पूर्व पुलिस अधिकारी था. जो वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था. उसकी तलाशी के लिए पहले तो दबिश दी गई इस दौरान बताया जा रहा है कि आरोपी ने खुद को घिरता हुआ देख सुसाइड कर ली.

स्थानीय पुलिस ने लोगों को जागरूक करने के लिए अपने फेसबुक पेज का सहारा लिया. पुलिस ने अपनी पोस्ट में इस खौफनाक और जघन्य अपराध की जानकारी देते हुए लिखा, 'आरोपी के पास सफेद रंग का टोयोटा वीगो पिकअप व्हीकल था जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 6 कोर 6499 बैंकॉक था. मौका ए वारदात से फरार हुए संदिग्ध हमलावर ने कुछ देर बाद खुद को भी गोली मार ली.' 

मास किलिंग की वजह क्या?

हालांकि इस दर्दनाक वाकये के पीछे हुई वारदात के लोग अपनी ओर से अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं. पुलिस ने फिलहाल लोगों को अफवाहों से भी बचने की सलाह दी है. वारदात की जगह को सील कर दिया गया है. शवों को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजा गया है. इतनी बड़ी तादाद में बच्चों के शवों को देखकर कुछ लोग दहल गए. स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मास किलिंग को अंजाम देने वाला इस अफसर को ड्रग टेस्ट में फेल होने के बाद पिछले साल 2021 में पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. नौकरी छूटने के बाद से ही उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं. ऐसे में उसके पास कहां से गन और गोलियां आईं इसका पता भी लगाया जा रहा है.

पुलिस मेजर जनरल अचयों क्रैथॉन्ग ने बताया कि एक बंदूकधारी ने नोंग बुआ लाम्फू शहर स्थित चाइल्ड केयर सेंटर में दोपहर में कई राउंड फायरिंग की. वहीं रीजनल पब्लिक रिलेशन अफसर ने बताया कि 35 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें 24 बच्चे, दो शिक्षक और एक पुलिस अधिकारी शामिल हैं.

Trending Articles