पाकिस्तान : इमरान खान (Imran Khan) हार मानने को तैयार नहीं हैं. सुप्रीम कोर्ट से लगे करारे झटके के बाद भी उनका कहना है कि वो आखिरी गेंद तक लड़ेंगे. पाकिस्तान (Pakistan) के सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) को खारिज करने के फैसले को असंवैधानिक ठहराया है. कोर्ट के इस रुख के चलते अब इमरान को 9 अप्रैल यानी कल अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा.

कैबिनेट की बैठक बुलाई

फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले इमरान खान ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है, ‘मैंने कैबिनेट के साथ ही संसदीय पार्टी की बैठक बुलाई है. मैं आठ अप्रैल की शाम को देश को संबोधित करूंगा. देश के लिए मेरा संदेश यही है कि मैं पाकिस्तान के लिए हमेशा आखिरी बॉल तक लड़ा हूं और आगे भी लड़ूंगा’. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इमरान कल होने वाले इस ‘टेस्ट’ में पास हो पाते हैं क्योंकि शुरुआत से ही माना जा रहा है कि उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है.

कोर्ट ने बहाल किया मंत्रिमंडल

सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने नेशनल असेंबली को बहाल करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को मतदान करवाने का आदेश दिया है. कोर्ट ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के संसद भंग किए जाने के फैसले को भी अवैध बताया है. कोर्ट ने प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उनके मंत्रिमंडल को भी बहाल कर दिया है. ऐसे में इमरान खान को न चाहते हुए भी अब संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा. सुनवाई के दौरान पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल ने कहा कि नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी का 3 अप्रैल का फैसला गलत था.

इमरान के पास अब क्या हैं विकल्प?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इमरान खान के पास अब सीमित विकल्प ही बचे हैं. कोर्ट के आदेश के अनुसार, शनिवार सुबह 10 बजे पाकिस्तानी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. ये लगभग तय माना जा रहा है कि इमरान को संख्या बल जुटाने में मुश्किल होगी. ऐसे में इमरान बेइज्जती से बचने के लिए इस्तीफा दे सकते हैं. दूसरा और आखिरी विकल्प है अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना. इस फ्लोर टेस्ट में पास होने के लिए विपक्षी एकता को तोड़ने की जरूरत होगी, जो फिलहाल संभव नजर नहीं आ रहा.

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