पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेशक अविश्वास प्रस्ताव द्वारा सत्ता से बेदखल हो गए हों, लेकिन जनता के बीच उनकी लोकप्रियता अब भी कायम नजर आ रही है. उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई)ने पंजाब विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत दर्ज की है. रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को शुरुआती परिणामों के अनुसार, पीटीआई उम्मीदवारों ने मुल्तान, डेरा गाजी खान, साहीवाल और खुशाब प्रांतीय विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की, जबकि पार्टी ने प्रांत के अन्य 15 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बना रखी थी. इस तरह पार्टी पंजाब में सत्ता में आती दिख रही है.

मरियम ने पीटीआई को दी बधाई

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने भी ट्रेंड और नतीजों को देखकर अपनी हार मान ली और इमरान की पार्टी को जीत के लिए बधाई दी. उपचुनाव अभियान में पीएमएल-एन की अगुवाई करने वाली उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि, "सत्तारूढ़ दल को खुले दिल से चुनाव परिणामों को स्वीकार करना चाहिए. मरियम ने आत्मनिरीक्षण करने का भी आह्वान करते हुए कहा कि कमियों को पहचानने और उन्हें दूर करने के प्रयास किए जाने चाहिए. अगर भगवान चाहेंगे तो सब अच्छा ही होगा." मरियम ने ट्वीट करते हुए लिखा, "पीएमएल-एन को खुले तौर पर परिणामों को स्वीकार करना चाहिए. राजनीति में हमेशा जीत और हार लगी रहती है. दिल बड़ा होना चाहिए, जहां भी कमजोरियां हों, उन्हें पहचानने और दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए.

इसलिए आई थी उपचुनाव की नौबत

बता दें कि पंजाब अप्रैल तक पीटीआई पार्टी के नियंत्रण में था, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री सरदार उस्मान बुजदार ने इमरान खान के खिलाफ संघीय संसद द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद इस्तीफा दे दिया था. पीटीआई के कुछ विधायक बागी भी हो गए थे. इसके बाद पीएमली-एन के हमजा शहबाज पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद इमरान खान ने बागी विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए चुनाव आयोग में याचिका दायर की, आयोग की सुनवाई के बाद 20 विधायक हटा दिए गए. जिससे 20 सीटें खाली रह गईं. कुछ समय पहले ही कोर्ट ने यहां फिर से सीएम का चुनाव करने के आदेश दिए थे. इसके बाद पंजाब विधानसभा के 20 निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव हुए.

Trending Articles