एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि भारत यूक्रेन के मामले में ना तो NATO देशों के साथ खड़ा है. और ना ही उसने अमेरिका और ब्रिटेन का समर्थन किया. लेकिन इसके बावजूद बोरिस जॉनसन ना सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी को अपना खास दोस्त बताते हैं, बल्कि वो ये भी कहते हैं कि आज भारत और ब्रिटेन के रिश्ते सबसे ज्यादा मजबूत हैं. और ये भारत की विदेशी नीति की सबसे बड़ी उपलब्धि है.

पश्चिमी देशों के नेताओं के पक्के दोस्त में पीएम मोदी

इस समय दुनिया दो धड़ों में बंटी हुई है. एक तरफ रशिया हैं. और दूसरी तरफ अमेरिका और बाकी पश्चिमी देश हैं. और बड़ी बात ये है कि प्रधानमंत्री मोदी इन सभी देशों के नेताओं के पक्के दोस्त हैं. वो व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के भी पक्के दोस्त हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के भी पक्के दोस्त हैं और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) के भी पक्के दोस्त हैं. जिससे पता चलता है कि जब पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है, तब भारत की विदेश नीति सभी देशों के बीच शानदार संतुलन बनाने में कामयाब रही हैं.

सभी देशों का खास दोस्त बन गया है भारत

संक्षेप में कहें तो आज भारत दुनिया के सभी देशों का खास दोस्त बन गया है. और ये भारत की विदेश नीति की बहुत बड़ी जीत है. हालांकि शुरुआत में इसी विदेश नीति की हमारे देश में काफी आलोचना होती थी. और ये कहा जाता था कि मोदी दुनिया के बड़े नेताओं से गले क्यों मिलते हैं या उनके साथ पर्सनल मीटिंग क्यों करते हैं, लेकिन आज इन सवालों का जवाब सबको मिल गया है.

हाल में 4 देशों के पीएम और 8 देशों के विदेश मंत्री आ चुके हैं भारत

यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद चार देशों के प्रधानमंत्री और 8 देशों के विदेश मंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं, जिससे भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत के बारे में पता चलता है. दिलचस्प बात ये है कि अपने मंत्रियों को भारत भेजने वालों में वही देश हैं, जो आज कल एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बने हुए हैं. यूक्रेन युद्ध के बाद जिन देशों के विदेश मंत्री भारत आए हैं, उनमें ऑस्ट्रिया, ग्रीक, चीन, रशिया और ब्रिटेन प्रमुख हैं. इसके अलावा जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा (Fumio Kishida) भी भारत आ चुके हैं.

पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच खास बॉन्डिंग

दिल्ली के हैदराबाद हाउस में बोरिस जॉनसन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Boris Johnson and PM Narendra Modi Meeting) के बीच लंबी मुलाकात हुई. और इस दौरान दोनों नेताओं ने 9 सेकेंड तक हाथ मिलाया. इसके अलावा राष्ट्रपति भवन में आज बोरिस जॉनसन को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. और इसके बाद वो मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को बार-बार नरेंद्र कह रहे थे, जिससे दोनों नेताओं के बीच एक खास बॉन्डिंग साफ दिख रही थी.

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