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झारखंड में कांग्रेस अपनी ही सहयोगी पार्टी से भिड़ेगी, जानिए क्या है वजह
Rajya Sabha election: झारखंड (Jharkhand) में सत्ताधारी गठबंधन का नेतृत्व कर रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और उसकी सहयोगी कांग्रेस (Congress) में राज्यसभा चुनावों में अपना-अपना उम्मीदवार उतारने को लेकर तनाव पैदा हो गया है.
कांग्रेस और झामुमो के बीच तनाव
एक ओर जहां कांग्रेस राज्य की दो सीटों के लिए हो रहे चुनावों में एक सीट के लिए अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है और इसके लिए झामुमो का समर्थन चाहती है वहीं 82 सदस्यीय विधानसभा में 30 विधायकों वाली झामुमो ने हर हाल में चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है.
ये है सीटों का गणित
बता दें कि झारखंड में दस जून को राज्यसभा की दो सीटों के लिए मतदान होना है. झारखंड विधानसभा में 81 विधायक चुनकर आते हैं. लेकिन इस समय झारखंड विकास मोर्चा से कांग्रेस में गए विधायक बंधु तिर्की की सदस्यता आय से अधिक संपत्ति मामले में 28 मार्च को तीन साल कैद की सजा पाने के बाद समाप्त हो चुकी है, जिसके चलते विधानसभा में मतदान करने योग्य कुल सदस्यों की संख्या 80 ही रह गई है. इसके चलते राज्य की वर्तमान विधानसभा में 26.67 मत पाने वाले उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है.
बीजेपी भी भेज सकती है एक सांसद
वर्तमान विधानसभा में जहां सत्ताधारी झामुमो के तीस विधायक हैं वहीं उसकी समर्थक कांग्रेस के कुल 17 विधायक हैं और दूसरी समर्थक पार्टी राजद का एक विधायक है. जबकि मुख्य विपक्षी भाजपा के कुल 26 विधायक हैं और उसे कम से कम दो अन्य विधायकों के समर्थन का विश्वास है. ऐसे में राज्यसभा में सत्ताधारी गठबंधन और विपक्ष दोनों के एक-एक सदस्यों के चुने जाने की संभावना है.
अभी तक नहीं किसी ने नहीं उतारा कोई उम्मीदवार
इस गणित के बीच, झामुमो ने आज घोषणा की कि राज्यसभा चुनाव में वो अपना उम्मीदवार जरूर उतारेगा. झामुमो के मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन की अध्यक्षता में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक के बाद यह घोषणा की. भट्टाचार्य ने कहा कि सोनिया गांधी से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात के बाद पार्टी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगी. झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए दस जून को होने वाले चुनावों के लिए अब तक किसी भी पार्टी ने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है.