सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को काफी पूज्यनीय माना गया है. मान्यताओं के अनुसार, इसमें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी वास करती हैं. ऐसे में इस पौधे का महत्व काफी बढ़ जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तुलसी को घर में लगाकर रोजाना उसकी पूजा करने से खुशहाली आती है और सुख-समृद्धि के द्वार खुलते हैं. इससे धन लाभ के योग बनते हैं और नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर चली जाती है. हालांकि, कई बार तुलसी की देखभाल करने के बाद भी वह सूख जाती है. ऐसे में जरूरी है कि तुरंत कुछ उपाय कर लिए जाएं.

प्रवाहित

तुलसी का पौधा अगर सूखने लगे या मुरझा जाए तो इसको तरक्की में आने वाली बाधा के रूप में देखा जाता है. ऐसे में अगर तुलसी सूख जाए तो उसे ले जाकर किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए. नदी न हो तो किसी भी जलाशय में बहा सकते हैं.

दूसरी तुलसी

तुलसी को सूखने पर अगर नदी में प्रवाहित करने जा रहे हैं तो दिन का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है. तुलसी के पौधे को रविवार के दिन प्रवाहित नहीं करना चाहिए. वहीं, तुलसी के सूखने पर उसे तुरंत हटाकर, दूसरी तुलसी लगा देनी चाहिए.

टिप्स

तुलसी के पौधे में सर्दी के मौसम में ठंडा पानी न डालें. गुनगुना पानी डालने से पत्तियां नहीं मुरझाती हैं. इसकी मंजरियों को ठंड के मौसम में हटा देना चाहिए, क्योंकि इसके सूखने से पूरी तुलसी सूख सकती है. सर्दियों के मौसम में इसकी दो बार गुड़ाई करें.

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