स्वतंत्रदेव सिंह के अध्यक्ष के पद से इस्तीफे के बाद पार्टी में नए प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ तेज हो गई है। इस दौड़ में ब्राह्मण नेताओं में पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, कन्नौज के सांसद एवं प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक, अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, नोएडा के सांसद डॉ. महेश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक प्रमुख दावेदार हैं। 

सूत्रों के मुताबिक सरकार का खेमा पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और पूर्व मंत्री श्रीकांत शर्मा के पक्ष में है। पार्टी के एक राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकांत शर्मा की पैरवी कर रहे हैं। वहीं बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर हुई पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में बतौर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव शामिल हुए। यदि शुक्रवार तक नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई तो 29 से 31 जुलाई तक चित्रकूट में होने वाले तीन दिवसीय प्रशिक्षिण शिविर में भी स्वतंत्रदेव बतौर प्रदेश अध्यक्ष शामिल होंगे। 

पिछड़े वर्ग से केशव के नाम की भी चर्चा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पिछड़े वर्ग से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी चर्चा में है। बीते दिनों केशव की दो दिवसीय दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेताओं से मुलाकात के बाद से लखनऊ से दिल्ली तक केशव को फिर संगठन की कमान सौंपने की चर्चा है। केशव के नेतृत्व में भी भाजपा ने 2017 में 325 सीटें जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। 

वहीं पिछड़े वर्ग में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी की दावेदारी है। दलित वर्ग में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं इटावा के सांसद रामशंकर कठेरिया भी इस दौड़ में हैं। पार्टी के एक पूर्व राष्ट्रीय पदाधिकारी एवं आरएसएस प्रचारक उनकी पैरवी कर रहे हैं। प्रदेश महामंत्री अश्विनी त्यागी, अमरपाल मौर्य भी दावेदार है।   

 

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