बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ने के ऐलान के बाद सूबे में राजनीति गर्म हो गई है. नीतीश कुमार के फैसले को लेकर सत्तारुढ़ दल जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के फैसले पर सवाल उठाया है. 

उपेंद्र कुशवाहा ने क्या कहा? 

जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि सबसे पहले बिहार के तमाम राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस ऐलान के बाद तेजस्वी यादव ने क्या कुछ कहा. कुशवाहा ने कहा, तेजस्वी यादव ने साफतौर पर कहा कि अभी वह लोकसभा चुनाव यानी 2024 के चुनाव के बारे में सोच रहे हैं. अभी उनका फोकस लोकसभा चुनाव पर है, इसलिए वर्तमान में महागठबंधन के लिए लोकसभा चुनाव महत्पूर्ण है.

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि  हम लोग फिलहाल 2025 विधानसभा चुनाव के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं. जेडीयू और आरजेडी के विलय के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इसमें कहीं भी कोई भी सच्चाई नहीं है. इसको लेकर पार्टी में कभी को चर्चा नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि आगे ऐसा कुछ भी होता है तो यह आत्मघाती कदम होगा.

नीतीश कुमार ने क्या कहा था?

नीतीश कुमार ने मंगलवार को संकेत दिया कि वह प्रदेश की कमान राजद के युवा नेता तथा राज्य के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं. सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायकों की हुR बैठक से निकले नेताओं ने इस बारे में जानकारी दी. नीतीश ने एक बार फिर इस बात से इंकार किया कि वह अगले लोकसभा चुनावों के लिए प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. हालंकि, उन्होंने कहा कि एकजुट विपक्ष 2024 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी को हरा सकता है.

नीतीश के बयान के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, मैं भविष्य पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन मुझे कहना होगा कि नीतीश कुमार हमारे 'अभिभावक' हैं और हम उनके नेतृत्व में काम कर रहे हैं.

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