समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) अपनी पार्टी प्रसपा का विलय सपा में कर चुके हैं, लेकिन अभी तक उनको भतीजे ने पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं दी है. इस वजह से सवाल उठने लगे हैं कि क्या अखिलेश और शिवपाल के बीच सब ठीक है और अगर ऐसा नहीं है तो अभी तक उन्हें कोई जिम्मेदारी क्यों नहीं दी गई है. हाल के दिनों में कई कार्यक्रमों में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव साथ में नजर आए लेकिन जब भी अखिलेश से शिवपाल को सपा में जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा गया, उन्होंने जवाब नहीं दिया.

चाचा के साथ पर क्या बोले अखिलेश यादव?

बता दें कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और शिवपाल यादव उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में चौधरी चरण सिंह की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में साथ नजर आए. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि गुजरात मॉडल को मैनपुरी मॉडल ने फेल कर दिया. यह समाजवादियों के लिए बड़ी जीत है. यह तब हुआ जब नेता जी हमारे बीच में नहीं हैं. चाचा अब साथ आ गए हैं. हम लोग अब 2024 और 2027 दोनों जीतेंगे.

बीजेपी पर अखिलेश ने साधा निशाना

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग क्या-क्या सपने देखते थे? उन्होंने कहा कि आजमगढ़ हरा दिया, अब मैनपुरी भी हरा देंगे. हमारे सीएम करहल गए थे. अच्छा हुआ वो जसवंतनगर नहीं आए क्योंकि सीएम ये जानते नहीं कि जसवंतनगर-मैनपुरी के लोग स्प्रिंग के जैसे हैं, उनको जितना दबाओगे, वो उतना उछलेंगे.

चाचा शिवपाल यादव ने कही ये बात

गौरतलब है कि मैनपुरी के कार्यक्रम में सपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल यादव ने मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जीत के लिए वोटर्स और कार्यकतार्ओं का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि हम समाजवादी पार्टी के नेताओं के उत्पीड़न को रोकेंगे और संघर्ष करेंगे

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