सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के 'रेवड़ी' बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ्त इलाज करवाना- इसे मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते.

आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव से पहले सरकारों द्वारा 'फ्री की रेवड़ी' बांटी जा रही है. अब सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अपने देश के बच्चों को मुफ्त और अच्छी शिक्षा देना और लोगों का अच्छा और मुफ्त इलाज करवाना- इसे मुफ्त की रेवड़ी बांटना नहीं कहते. हम एक विकसित और गौरवशाली भारत की नींव रख रहे हैं. ये काम 75 साल पहले हो जाना चाहिए था.

पीएम मोदी ने कसा था तंज

चुनावों से पहले सरकारों द्वारा दी जाने वाली मुफ्त सुविधाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज कसा था. उन्होंने इन मुफ्त सुविधाओं को 'फ्री की रेवड़ी' कहा था. जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम के बयान का तत्काल खंडन किया और कहा कि मुफ्त पानी, बिजली या विश्व स्तरीय प्राथमिक शिक्षा देना. मतदाताओं के लिए रिश्वत नहीं बल्कि राज्य की जिम्मेदारी है.

सीएम केजरीवाल ने किया पलटवार

केजरीवाल ने कहा कि एक कर्मचारी के बेटे गगन ₹ 15,000 प्रति माह की नौकरी लॉकडाउन के दौरान गंवा दी थी. आज वह कंप्यूटर इंजीनियरिंग में IIT धनबाद में प्रवेश पाने में कामयाब रहा है. उनसे पूछें कि क्या केजरीवाल मुफ्त में रेवड़ी दे रहे हैं या इस देश के भविष्य का निर्माण कर रहे हैं.

अखिलेश यादव ने भी पीएम मोदी पर साधा निशाना

पीएम मोदी के रेवड़ी बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि रेवड़ी बांटकर थैंक्यू का अभियान चलवाने वाले सत्ताधारी अगर युवाओं को रोजगार दें तो वो ‘दोषारोपण संस्कृति’ से बच सकते हैं. रेवड़ी शब्द असंसदीय तो नहीं?

क्या कहा था पीएम मोदी ने?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली राजनीति की तीखी आलोचना करते हुए कहा था कि यह ‘रेवड़ी कल्चर’ देश के विकास के लिए बहुत घातक है.पीएम ने शनिवार को जालौन जिले की उरई तहसील के कैथेरी गांव में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से बने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘ये ‘रेवड़ी कल्चर’ वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एअरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे.’ उन्होंने कहा, ‘रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे. हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, ‘रेवड़ी कल्चर’ को देश की राजनीति से हटाना है.’ उन्होंने लोगों, खासकर युवाओं को ‘रेवड़ी कल्चर’ के प्रति आगाह किया और कहा कि यह देश के विकास के लिए ‘बहुत घातक’ हो सकता है.

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