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तवांग सेक्टर में चीन के साथ झड़प के बाद बीजेपी की बैठक में पीएम मोदी ने राजनाथ सिंह को अपने पास खड़ा कर विपक्ष को दिया बड़ा संदेश
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीन के साथ जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इशारों में बड़ा संदेश दिया है. उन्होंने अपने हाव-भाव से संकेत दिया है कि सरकार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मजबूती से खड़ी है.
पीएम मोदी से दूर खड़े थे राजनाथ सिंह
दरअसल संसद के शीतकालीन सत्र के बीच आज बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. गुजरात में बड़ी जीत के बाद हुई इस बैठक में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ. इस दौरान धड़ाधड़ पीएम मोदी की तस्वीरें क्लिक की जा रही थीं. तभी पीएम मोदी ने दो कदम दूर खड़े राजनाथ सिंह को साथ आने का इशारा किया. राजनाथ कुछ समझ पाते उससे पहले ही पीएम ने उनका हाथ पकड़ा और अपने बगल में खड़ा कर लिया.
अब फ्रेम में पीएम मोदी के साथ राजनाथ भी आ गए. इस दौरान पीएम मोदी ने राजनाथ की पीठ पर हाथ भी रखा. मानो वो कह रहे हों कि सरकार आपके साथ है. ये तस्वीर इसलिए भी खास है क्योंकि ये ऐसे वक्त में आई जब रक्षा मंत्री विपक्ष के निशाने पर हैं.
दरअसल ऐसे मौके कम ही आते हैं जब पीएम मोदी किसी को खींचकर अपने साथ खड़ा करते हैं. ऐसा तभी होता है जब वो कोई बड़ा संदेश देना चाहते हैं. इस बार भी उन्होंने यही करने की कोशिश की और बिना कुछ बोले ही दुनिया और खासकर विपक्ष को ये संदेश दे दिया कि सरकार चट्टान की तरह रक्षा मंत्री के साथ खड़ी है.
क्या हुआ था तवांग में?
बता दें कि भारतीय सेना ने सोमवार को बताया था कि भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट एक स्थान पर नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए. पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से जारी सीमा गतिरोध के बीच गत शुक्रवार को इस संवेदनशील सेक्टर (तवांग) में एलएसी पर यांग्त्से के पास झड़प हुई.
इस घटना के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों में बयान दिया. उन्होंने कहा, चीन के सैनिकों ने नौ दिसंबर को तवांग सेक्टर में यांग्त्से क्षेत्र में यथास्थिति बदलने का एकतरफा प्रयास किया जिसका भारत के जवानों ने दृढ़ता से जवाब दिया और उन्हें लौटने के लिए मजबूर किया.
रक्षा मंत्री ने यह भी सूचना दी थी कि इस झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है और इस तरह की कार्रवाई के लिये मना किया गया है.