योग गुरु बाबा रामदेव ने मुस्लिम धर्म पर निशाना साधते हुए विवादित बयान दिया है. राजस्थान के बाड़मेर में गुरुवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि मुसलमानों को आज नमाज पढ़ने को कहा जाता है और उसके बाद वो जो मर्जी चाहे वो करें. चाहे तो कानून को भी अपने हाथ में ले लें. 

बाबा रामदेव ने और क्या कहा?

बाबा रामदेव ने कहा, आज मुसलमानों को सिर्फ नमाज पढ़ना और कुछ भी करना सिखाया जा रहा है. उन्हें लगता है कि हिंदू लड़कियों को उठाना उनके अधिकार में है. उन्हें लगता है कि एकमात्र आवश्यकता नमाज अदा करना है. 

उन्होंने आगे कहा कि मुसलमानों के लिए केवल नमाज़ पढ़ना ज़रूरी है और फिर नमाज़ पढ़ने के बाद जो कुछ भी करते हैं, वह जायज़ है. जिहाद के नाम पर आतंकवादी बनकर या तो हिंदू लड़कियों को उठाओ या करो या जो मन में आए करो. योग गुरु ने सनातन धर्म की सकारात्मकता और इस्लाम और ईसाई धर्म सहित अन्य धर्मों की 'कमियों' को सूचीबद्ध करते हुए ये टिप्पणी की. उन्होंने मुस्लिमों के पहनावे पर कहा कि उनके लिए जन्नत का मतलब है टखने के ऊपर पजामा पहनना, मूंछें कटवाना और टोपी दिखाना.

सभा को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा, कुरान ऐसा कहता है या इस्लाम ऐसा कहता है. मुझें नहीं पता? लेकिन, ये लोग कह रहे हैं कि स्वर्ग में आपकी जगह पक्की हो गई है. जन्नत में तुमको हुर्र (फरिश्ते) मिलेंगे, शराब पीने को मिलेगी. ऐसा स्वर्ग नर्क से भी बुरा है. लेकिन फिर भी लोग अपनी मूंछें कटवा रहे हैं, सिर पर टोपी लगाए हुए हैं. यह सिर्फ पागलपन है. 

हालाँकि, योग गुरु ने यह भी कहा कि वह किसी विशेष धर्म को लक्षित या आलोचना नहीं कर रहे थे, बल्कि केवल समुदाय द्वारा अपनाई जा रही गलत प्रथाओं का आह्वान कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लोगों को इस झांसे में नहीं आना चाहिए.

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