बारिश का मौसम जाते ही अब डेंगू का खौफ बढ़ने लगा है. इसके साथ ही मच्छर भगाने के उपायों और साफ-सफाई का समय आ गया है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से डेंगू के मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में डेंगू के मामले काफी बढ़े हैं. इस साल दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों से डेंगू के काफी मामले सामने आए हैं. रिपोर्टों के अनुसार, यूपी में अब तक 2,200 से अधिक डेंगू के मामले दर्ज किए गए हैं, राज्य की राजधानी लखनऊ में 300 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.

डेंगू का खतरा बढ़ा

इसी तरह, दिल्ली में भी लगभग 1000 मामले दर्ज किए गए हैं. जब भी डेंगू के मामलों में अचानक वृद्धि होती है तो केंद्र सरकार हस्तक्षेप करती है. रिपोर्टों में कहा गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हाल ही में फिरोजाबाद, आगरा और इटावा जिलों में डेंगू प्रबंधन के इंतजाम में जुटी हुई है. सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करने में राज्य के अधिकारियों के साथ सहयोग करने के लिए छह सदस्यीय टीम उत्तर प्रदेश भेजी गई है.

डेंगू: अक्टूबर संवेदनशील महीना क्यों है?

अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में डेंगू के प्रसार के लिए अक्टूबर सबसे कमजोर अवधि हो सकती है और हाल ही में हुई बारिश ने संकट को और बढ़ा दिया है. हाल ही में दिल्ली सरकार ने अस्पतालों से वेक्टर जनित बीमारियों के रोगियों के लिए 10-15 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने को कहा था. वेक्टर जनित रोग नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय केंद्र (NCVBDC) देश में वेक्टर जनित रोगों (डेंगू सहित) की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की छत्रछाया में नोडल एजेंसी है. जिसने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई सलाह जारी की हैं. दवाओं, निदान, कीटनाशकों, उपकरणों और कीटविज्ञानी के रिक्त पदों को भरने के लिए. इसके अलावा, केंद्र और राज्य स्तर पर एकीकृत वेक्टर नियंत्रण पर केस प्रबंधन पर डॉक्टरों और कीट विज्ञानियों को ट्रेनिंग दी गई है.

डेंगू के सामान्य लक्षण

-हाई फीवर

-जी मिचलाना

-भूख कम होना

-उल्टी

-खुजली वाली त्वचा या दाने

-गंभीर शारीरिक दर्द

-कम रक्त दबाव

-पेट, आंखों में दर्द,

-थकान

-बेचैनी

डेंगू सावधानियां

-जब आप बाहर निकलते हैं तो सुबह या शाम के समय छोटी बाजू या शॉर्ट्स पहनने से बचें.

-घरों में टायरों, बाल्टियों और कूलरों में पानी जमा होने से रोकें. डेंगू का मच्छर रुके हुए पानी में पनपता है और आसानी से लोगों को संक्रमित कर सकता है. पानी को रोजाना खाली करना चाहिए ताकि मच्छर न पैदा हों.

-बहुत सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि मानसून के बाद डेंगू के मामले बढ़ते हैं. बचाव इस वायरस के इलाज से बेहतर है.

-मच्छरों को घरों में प्रवेश करने से रोकने के लिए दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें और अपने आसपास सफाई रखें.

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