अगर प्रेग्नेंसी कम उम्र में हो तो इसे टीनेज प्रेग्नेंसी कहा जाता है. टीनेजर्स बहुत मैच्योर नहीं होते और इस उम्र में प्रेग्नेंसी उनके और होने वाले बच्चे दोनों की सेहत के लिहाज से सही नहीं होती. कम उम्र में प्रेग्नेंसी होने पर सिचुएशन हैंडल करने में लड़कियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अगर आपकी उम्र कम है और आप इन समस्याओं से सुरक्षित रहना चाहती हैं तो आपको जरूर जानना चाहिए कि टीनेज में प्रेग्नेंसी के क्या प्रभाव देखने को मिलते हैं.

हाई ब्लड प्रेशर की समस्या

कम उम्र में प्रेग्नेंसी के चलते हाई ब्लड प्रेशर (pre-eclampsia) की समस्या हो सकती है. ब्लड प्रेशर अगर लगातार ज्यादा बना रहे, तो यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है और होने वाले बच्चे के लिए भी यह नुकसानदेह साबित हो सकता है.

डायबिटीज की हो सकती है पेरशानी-

कम उम्र में मां बनने पर एक नहीं, बल्कि कई हेल्थ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस उम्र में प्रेग्नेंसी होने पर डायबिटीज के साथ कई और स्वास्थ्य समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं.

हो सकता है प्री-मैच्योर बेबी-

कम उम्र में मां बनने पर बच्चे के प्रीमैच्योर होने की आशंका भी बढ़ जाती है. साथ ही बच्चे का वजन भी कम हो सकता है. इसकी वजह से बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास पर भी असर पड़ सकता है.

बच्चे का मानसिक विकास हो सकता है प्रभावित-

कई मामलों में पाया गया है कि कम उम्र में मां बनने पर बच्चे का मानसिक विकास बुरी तरह प्रभावित होता है. कम उम्र में मां बनने से कई बार करियर ग्रोथ पर असर पड़ता है जिसके चलते मां स्ट्रेस में भी आ सकती हैं.

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