Health
जूस थेरेपी - जाने क्या है जूस थेरेपी के फायदे और ये कैसे काम करती है
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जूस थेरेपी (Juice Therapy) बहुत फायदेमंद है। लेकिन इसे किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। जूस थैरपी शुरू करने से पहले इसके लिए मेंटली तैयार हो जाएं, क्योंकि यह थोड़ा टफ होता है। आप आसानी से इसका रूटीन फॉलो नहीं कर सकते। इस दौरान जंक फूड्स, जो कैलोरीज से भरे होते हैं, अवॉयड करें। फ्राइड फूड्स, डेजर्ट, अल्कोहल, सिगरेट, कॉफी, चॉकलेट्स से दूर रहें। अब आप अपनी तीन दिन की जूस थेरेपी के लिए तैयार हैं।
रखें ध्यान -
- इसको ऐसे समय में शुरू करें, जब आप पर ज्यादा काम का बोझ न हो और आपकी बॉडी को पूरा आराम मिल सके।
-दिन में पांच-छह बार अलग-अलग तरह के जूस पिएं। शुरुआत लेमन जूस से करें। हालांकि सुबह उठते ही एक गिलास पानी जरूर पिएं। इसके बाद किसी भी सब्जी का रस पिएं। फिर फ्रूट जूस जैसे, ऑरेंज जूस, पाइनएपल जूस ले सकते हैं। टमाटर, गाजर, बीट रूट का जूस हमेशा मिलाकर पिएं। इसके बाद बॉडी के लिए वॉटरमेलन जूस अच्छा रहेगा।
- शाम को पालक और खीरे का जूस पीना फायदेमंद होता है। सोने से पहले संतरा, सेब और अंगूर का मिक्स्ड जूस पिएं।
- इस डाइट को तीन दिन तक फॉलो करें। जब तीन दिन पूरे हो जाएं, तो बस हल्का खाना जैसे, प्लेन राइस, दाल, सूप, दही आदि 4-5 दिन तक खाएं। इन दिनों में दिन भर में लगभग दो से तीन गिलास जूस भी पीते रहें। अब आप अपनी नॉर्मल डाइट पर आ सकते हैं। हां, यह ख्याल रखें कि आपकी इटिंग हैबिट्स कंट्रोल में रहें। पौष्टिक खाना जरूर खाएं, इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और एनर्जी लेवल बढ़ जाएगा।