Interesting Facts: वर्तमान समय में टी-शर्ट सबसे आसान ट्रेंडी फैशन में से एक है। बहुत सारे लोग T- Shirt पहनते हैं लेकिन, क्या आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि इसे आखिर टी-शर्ट क्यों कहा जाता है? आईए जानते है। टी-शर्ट का विकास 19वीं शताब्दी में इस्तेमाल किए जाने वाले अंडरगारमेंट्स से लेकर 20वीं सदी के मध्य में यह सामान्य उपयोग वाले कपड़ों में परिवर्तित हो गया। इसने जब पॉप कलचर में एंट्री की तो इसे टी-शर्ट कहा जाने लगा। T-Shirt यानी टॉल शर्ट, जिसकी लेंथ घुटने तक होती थी।

ज्यादातर T-शर्ट में कोई कालर नही होती है। यह हल्के, सस्ते और धुलने में आसान कपडे से बनायी जाती है। शुरुआती दिनों में T-शर्ट का गला “O” आकार का होता था जिसको बाद में “V” आकार का भी बनाया गया जिससे कि जब T-शर्ट के ऊपर कोई शर्ट पहन ली जाये तो यह (टी-शर्ट) दिखायी न दे। T-Shirt में T का अर्थ टॉल के अलावा टैंक टॉप और टी-शेप से भी होता है क्योंकि यह आकार में T शेप जैसी दिखती है इसलिए इसे टी-शर्ट कहा जाने लगा।

T-शर्ट पहनने की शुरूआत अमेरिकी सैनिकों द्वारा 1898 के स्पेनी-अमेरिकी युद्ध में और 1913 ईस्वी में किया गया था। जब अमेरिकी नौसेना ने अपने सैनिकों को वर्दी के नीचे पहनने के लिए T-शर्ट देना प्रारंभ किया था। यह T-शर्ट बंद गला और छोटी बाजू वाला सफेद सूती पहनावा था जिसे वर्दी के नीचे पहना जाता था। उस समय के नाविक तथा पनडुब्बियों पर काम करने वाले मजदूर (tropical climates) में अपना वर्दी उतारकर केवल T-शर्ट पहनकर ही काम किया करते थे।

पहली प्रिंटेड टीशर्ट का क्रेडिट एयर कोर्प्स गनरी स्कूल टीशर्ट को जाता है जिसे 1942 में लाइफ मैगज़ीन के कवर पर जगह मिली थी। इसके बाद तो मिक्की माउस प्रिंट का क्रेज काफी लंबे समय तक लोगों के सर चढ़ा रहा। आजकल तो टीशर्ट में इतने ऑप्शन आते हैं कि गिनती ही नहीं है।

 

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