छत्तीसगढ़ में बीजेपी के हाथ से एक नगर सरकार कांग्रेस ने छीन ली है. नगरपालिका परिषद महासमुंद में भाजपा की टिकट से अध्यक्ष बने  प्रकाश चंद्राकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया.

जन्मजय सिन्हा/महासमुंद: मध्य प्रदेश में निकाय चुनावों का दौर चल रहा है. भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज शहरों में अपनी सरकार बनाने के लिए जद्दोजहत कर रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ में बीजेपी के हाथ से एक नगर सरकार कांग्रेस ने छीन ली है. नगरपालिका परिषद महासमुंद में भाजपा की टिकट से अध्यक्ष बने  प्रकाश चंद्राकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया. प्रस्ताव के पक्ष में 20 वोट, विपक्ष में 3 वोट पड़े, जबकि 6 मत रिजेक्ट हो गए.

30 में से 29 पार्षद ही हुए उपस्थित

सोमवार सुबह 11 बजे से अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुर हुई. नगर पालिका परिषद महासमुंद के निर्वाचन अधिकारी भागवत जयसवाल के समक्ष 29 पार्षद उपस्थित हुए. भाजपा की महिला पार्षद लता यादव वार्ड नं 22 से मतदान में अनुपस्थित रहीं. बहस के बाद निर्वाचन अधिकारी ने मदतान कराया तब तक 30 वार्डों की संख्या वाले नगर पालिका में केवल 29 पार्षद नगर पालिका पहुंच पाए थे.

भाजपा की करारी हार

मतदान की प्रकिया संपन्न होने के बाद भाजपा को कांग्रेस ने करारी शिकस्त देते हुए दो तिहाई वोट हासिल कर ली. कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को 20 वोट मिले. जबकि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ 3 वोट डाले गए और 6 वोट रिजेक्ट हो गए. 30 वार्डों की संख्या वाले नगर पालिका में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग में 29 पार्षदों ने ही हिस्सा लिया. मतदान के दौरान भाजपा की महिला पार्षद लता यादव अनुपस्थित रहीं.

परिणाम के बाद क्या बोला पक्ष-विपक्ष

हार के बाद पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकार नें कहा कि धनबल का प्रयोग कर के हमारी सरकार को गिराया गया है. वहीं जीत के बाद कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकार नें कहा कि कांग्रेस सरकार के होते हुए महासमुंद नगरपालिका में विकास रूका हुआ था. यही वजह है कि कांग्रेस के काम से प्रभावित हो कर पार्षदों नें जीत दिलाई है.

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