श्रद्धा मर्डर केस की सीबीआई जांच को मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई है. एक वकील की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि इस मर्डर केस को छह महीने से ज़्यादा का वक़्त हो चुका है. मर्डर दिल्ली में हुआ था और श्रद्धा के शरीर के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर फेंके गए. ऐसे में फिलहाल जांच कर रही महरौली थाना पुलिस के पास इतना स्टाफ और वैज्ञानिक उपकरण नहीं है, जिनके जरिए वो इतने वक़्त बाद इस मामले के पर्दाफाश के लिए अहम सबूत और गवाह जुटा सके.

जांच का दायरा अलग अलग राज्यों में

कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा है कि उसे इस मामले में आरोपी को जांच के सिलसिले में पांच अलग-अलग राज्यों में लेकर जाना है इससे साफ है कि इस मामला की जांच सिर्फ एक राज्य तक सीमित नहीं है. लिहाजा एक केंद्रीय एजेंसी को जांच सौंपना बेहतर होगा.

जांच की जानकारी लीक कर रही पुलिस

याचिका के मुताबिक दिल्ली पुलिस जांच से जुड़ी हर संवेदनशील जानकारी मीडिया को लीक कर रही है, जिसके चलते सबूतों के बरामदगी वाली जगह पर लोगों/ मीडिया कर्मियों को आवाजाही जारी है. मीडिया ट्रायल शुरू हो चुका है  जिसके चलते इस मामले में जांच में बाधा पड़ रही है.

बता दें आफताब अमीन पूनावाला पर अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर (27) की 18 मई की शाम को कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या कर देने और उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है. आफताब पर आरोप है कि उसने दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा तथा कई दिनों तक विभिन्न हिस्सों में फेंकता रहा.

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