क्या आपने कभी सुना है कि मुर्दा बोलता है? नहीं ना, तो आइए आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताते हैं, जिसकी हत्या के जुर्म में उसका पति जेल में बंद है लेकिन, वो तो जिंदा है. ये घटना बिहार (Bihar) के मोतिहारी (Motihari) से सामने आई है. जिस महिला की मौत का दावा किया गया था, वह पंजाब (Punjab) के जालंधर (Jalandhar) में मिली.

ससुराल से अचानक गायब हो गई महिला

बता दें कि ये कहानी मोतिहारी के मुफ्फसिल थाना इलाके के लक्ष्मीपुर की है, जहां कि एक लड़की शांति की शादी केसरिया के दिनेश राम के साथ 6 साल पहले हुई थी. शादी के बाद 6 साल तक सबकुछ ठीकठाक चलता रहा. एक दिन अचानक शांति गायब हो गई और शांति के मायके वालों ने लड़के के घर वालों पर दहेज के लिए हत्या कर शव को गायब करने का आरोप लगाते हुए केसरिया थाने में एफआईआर दर्ज कराई.

दामाद को झूठे केस में फंसाया

महिला के परिजनों ने कानून का जमकर दुरुपयोग किया और अपने दामाद दिनेश राम को हत्यारा बता दिया. मामला दहेज के लिए हत्या का था, लिहाजा केसरिया थाना ने भी आनन-फानन में आरोपी दिनेश राम को अपनी पत्नी की हत्या के आरोप में जेल भेज दिया. दिनेश मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद है और सलाखों के पीछे अपराधियों के बीच जिंदगी गुजार रहा है. लेकिन जैसा कि हर बार होता है अपराधी अपने अपराध का कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है, इस मामले में भी ऐसा ही हुआ.

ऐसे हुआ साजिश का भंडाफोड़

लड़की अपने पिता की प्लानिंग के मुताबिक, जालंधर भाग तो गई लेकिन रोज अपने माता-पिता से फोन पर बात करती थी. लड़की अपने ससुराल में रहने के दौरान भी जालंधर में किसी से बात किया करती थी. फिर इस बात की खबर मोतिहारी के एसपी को लगी कि जिसकी हत्या के आरोप में पति जेल में कैद है वो लड़की जिंदा है.

बस फिर क्या था एसपी ने केसरिया थाना के SHO को तुरंत उस शातिर लड़की को बरामद करने का फरमान जारी किया. इसके बाद पुलिस ने लड़की के नंबर को ट्रैक करना शुरू किया तो लड़की जालंधर शहर से बरामद हो गई.

गौरतलब है कि जिंदा को मुर्दा बताकर निर्दोष को जेल भिजवाने की साजिश रचने वाले हर एक शख्स को चिन्हित करके उसके खिलाफ कार्रवाई करने और बेगुनाह पति को जेल से छुड़वाने में मोतिहारी पुलिस अब जुट गई है.

Trending Articles