आज आश्विन माह कृष्ण पक्ष की द्वादशी है। आज द्वादशी श्राद्ध है। आज गुरुवार को भगवान विष्णु जी की पूजा व व्रत की जाती है। आश्लेषा नक्षत्र है। आज अन्न दान करें। आज गुरूवार को विष्णु जी की उपासना के साथ लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त का पाठ करें। हनुमानबाहुक के पाठ का आज बहुत महत्व है। सायंकाल विष्णु मंदिर में भगवान की 04 परिक्रमा करें। हनुमान जी की स्तुति करें। आज मसूर व गुड़ के दान का बहुत महत्व है। श्री अरण्यकाण्ड का पाठ करें। आज दान का अनन्त पुण्य है। आज व्रत रखने का महान दिवस है। प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।

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