राहु के नक्षत्र शतभिषा में शनि प्रवेश कर चुके हैं. यह नक्षत्र कुंभ राशि के तहत आता है, जिसके स्वामी शनि देव को माना जाता है. ज्योतिष के मुताबिक, शतभिषा नक्षत्र के पहले और आखिरी चरण के स्वामी बृहस्पति और दूसरे और तीसरे चरण के स्वामी शनिदेव हैं. जो लोग शतभिषा नक्षत्र के पहले चरण में पैदा होते हैं, वे कुशल वक्ता और ज्ञानी होते हैं. दूसरे नक्षत्र में पैदा होने वाला धनवान और कर्मठ होता है. तीसरे नक्षत्र में पैदा होने वाला प्रतिष्ठित और संपन्न माना जाता है. जबकि चौथे चरण में पैदा हुआ व्यक्ति सुखी और संतान युक्त होता है. 

इस नक्षत्र के पहले चरण में शनि देव 17 अक्टूबर तक रहेंगे, जिससे मालिक गुरु हैं. इस दौरान कई राशि वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. अब जानिए कि इस नक्षत्र के पहले चरण में किन राशि वालों को दुख झेलना होगा.  

कर्क राशि

शनि के इस गोचर के कारण कर्क राशि वालों का बजट बिगड़ेगा. खर्च बेकाबू हो जाएंगे, जिससे आप मानसिक रूप से परेशान होंगे. विरोधी और गुप्त शत्रु भी आपको मुश्किलों में डालेंगे. ऐसी चीजों के भी आरोप लग सकते हैं, जिनसे आपका कोई वास्ता नहीं होगा. खाने-पीने पर ध्यान दें और नशीली चीजों से दूरी बनाएं.

वृश्चिक राशि

शनि के इस गोचर से वृश्चिक राशि वालों को प्रॉपर्टी को लेकर दिक्कतें हो सकती हैं. अगर बीपी या कोई और ब्लड से जुड़ी बीमारी है तो टेस्ट कराते रहें. गलत तरीके से धन कमाने वालों का पर्दाफाश हो सकता है. खर्च भी ज्यादा हो सकते हैं. माता की हेल्थ को लेकर भी परेशानी में रहेंगे. 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लिए अक्टूबर तक का समय हलचल भरा रहेगा. ऐसी परिस्थिति में भी फंस सकते हैं, जहां आपके लिए फैसला लेना मुश्किल हो जाएगा. आपके करीबी भी अजीबोगरीब बर्ताव करते नजर आएंगे. खर्च भी अधिक हो सकते हैं. इलाज पर खर्च भी बढ़ेंगे. पार्टनर के साथ विवाद या कहासुनी हो सकती है. बनते हुए काम भी रुक सकते हैं. 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शनि का यह गोचर उथल-पुथल मचाएगा. अक्टूबर तक स्वास्थ्य से जुड़ी कई दिक्कतों से जूझना पड़ेगा. इस समय में आपका खर्च ज्यादा हो सकता है. पार्टनर के साथ विवाद हो सकता है. अपनी चीजों का ध्यान रखें. चोरी या खोने का डर बना रहेगा. रिस्क लेने से बचें.

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