वैदिक ज्योतिष के अनुसार, देवताओं के गुरु सबसे शुभ दृष्टि डालते हैं। बता दें कि अप्रैल माह की 22 तारीख को गुरु अपनी स्वराशि मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर गए थे। ऐसे में  अखंड साम्राज्य योग बन रहा है। माना जाता है कि यह योग काफी दुर्लभ होता है। इस योग में व्यक्ति की पूरू किस्मत तक पलट सकती है। अखंड साम्राज्य योग कई स्थिति में बनता है। पहला तो तब बनता है जब कुंडली में दूसरे, दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी एक साथ केंद्र में स्थिति हो। इसके अलावा जब  गुरु दूसरे, पांचवें या फिर ग्यारहवें भाव का स्वामी है। मेष राशि में गुरु के प्रवेश करने से ही अखंड साम्राज्य योग बना है, तो गुरु मेष राशि में और शनि कुंभ राशि में विराजमान है।  जानिए अखंड साम्राज्य योग बनने से किन राशियों की किस्मत चमक सकती है।

मेष राशि

अखंड साम्राज्य योग मेष राशि के जातकों को विशेष लाभ दे सकते हैं, क्योंकि शनि एकादश भाव से और गुरु लग्न से गोचर किया है।  ऐसे में इस राजयोग के बनने से जबरदस्त धन लाभ हो सकता है। इसके साथ व्यापार में भी खूब मुनाफा मिल सकता है। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं। इसके साथ व्यापार में निवेश करना साबित हो सकता है। हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है।

मिथुन राशि

इस राशि में गुरु नौवें भाव में गोचर किया है। इसके साथ ही शनि भी नौवें भाव में हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिल सकता है। शनि की ढैया से मुक्ति मिल चुकी है। इसके साथ ही गुरु का गोचर इस राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। हर क्षेत्र में सफलता मिल सकती है। कार्यस्थल में आपके काम की प्रशंसा हो सकती है। इसी के चलते आपको इंक्रीमेंट और पदोन्नति मिल सकती है।

मकर राशि

इस राशि के जातकों की कुंडली में  गुरु और शनि दोनों ही दूसरे भाव में गोचर किया हुआ है। ऐसे में इस राशि के जातकों को अचानक धन लाभ मिल सकता है। संतान की ओर से भी कोई शुभ समाचार मिल सकता है। लंबा समय से फंसा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। इसके साथ ही आपके काम की वाहवाही हो सकती है।

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